मैं तुमसे प्यार करता हूँ
मैं तुमसे प्यार करता हूँ… यह बस शब्द नहीं, मेरी रूह की सदा है।
जब से तुम्हें देखा, तब से मेरा हर लम्हा तुम्हारे इर्द-गिर्द घूमने लगा है।
तुम्हारी हँसी मेरी दुनिया का सबसे हसीन गीत बन गई है,
तुम्हारी बातें मेरी रूह का सुकून,
तुम्हारी आँखें मेरी मंज़िल, और तुम्हारा साथ मेरा कारवाँ बन गया है।शायद इस दुनिया में हर किसी को प्यार नहीं मिलता,
पर मैंने जब तुम्हें पाया, तब जाना कि सच्चा प्यार क्या होता है।
ये कोई अधूरी ख्वाहिश नहीं,
कोई बचपन का सपना नहीं,
ये तो वो एहसास है जो सांसों के साथ चलता है,
जो धड़कनों में बसता है,
और जो हर रोज़, हर पल, और हर घड़ी तुम्हें चाहता है।तुम्हारी मौजूदगी में मैं खुद को पूरा महसूस करता हूँ,
जैसे कोई अधूरी कहानी को अपने आख़िरी पन्ने मिल गए हों।
तुम मेरी मोहब्बत का वो मुक़ाम हो,
जहाँ से आगे जाने की कोई चाह नहीं,
बस इसी एहसास में जीते रहने की ख्वाहिश है।मैं तुमसे प्यार करता हूँ…
बिल्कुल वैसे, जैसे रात चाँद से,
जैसे लहरें समंदर से,
जैसे दिल धड़कन से,
जैसे रूह खुदा से…तुम्हारा साथ ही मेरी सबसे खूबसूरत दुआ है,
जो हर रोज़ खुदा से माँगता हूँ।
मैं तुमसे प्यार करता हूँ…
बेबाक, बेइंतहा, बेपनाह…!वो मेरा चाँद था, जो सौ टुकड़ों में टूट गया,
जिसे मैं हमेशा अपनी आँखों से देखता था।
जहाँ पर आँसू लाल हो जाते थे,
वहीं लौटकर वही हद से गुज़रा था।
मुझे पता है, तुमसे मिलने का समय अब खत्म हो चुका है,
पर मेरी घड़ियाँ अभी भी तुम्हारे वक्त पर चल रही हैं।
मेरी यह बात कोई नहीं कहेगा,
पर यह सच है कि मैं तुमसे बहुत प्यार करता था।
ये रिश्ता कुछ ऐसा था,
कि तुम्हें खोने से मुझे डर लगता था।
मैं तुमसे सच्चे दिल से प्यार करता था,
मैं तुमसे सच्चे दिल से प्यार करता हूँजहाँ पर बारिश होती है या नदी के पानी में,
मेरी आँखों में आंसू गहरे हैं,
क्या कोई मुझे इसका कारण समझा सकता है?
मेरे ख्वाब अभी भी नीले पड़े हैं।
तसल्ली अपने पास रखना,
मुझे ये दुखद रातें नहीं चाहिए।
यह मेरा इश्क है, और यह हमेशा मेरा रहेगा,
मुझे तुम्हारी ख़लिश से कोई फर्क नहीं पड़ता,
जो कल था, वही आज भी है।
मैं तुमसे प्यार करता था,
मैं तुमसे प्यार करता हूँ…!!!तुम्हारी सलामती के लिए,
मैंने कल भी दुआ की थी,
मैं आज भी दुआ करता हूँ।
मैं तुमसे प्यार करता था,
मैं तुमसे प्यार करता हूँ…!!!एक रात, तुम्हारे बिना,
मैं सो नहीं सका, भटकते हुए।
कुछ बातें ऐसी हैं, जो पूरी नहीं हो पाई,
जो कभी हवा में घर था, वही अब बिखरा हुआ है।
तुम्हारे बिना, मेरी दुनिया अधूरी है,
जो दिल कभी पूरा था, अब टूटा हुआ है।
कभी इसे पढ़ना, और देखना, क्या लिखा है।
मैं तुमसे प्यार करता था,
मैं तुमसे प्यार करता हूँ…!!!जो ज़िन्दगी में कभी मेरा नाम न ले सके,
वह किसी कठोरता पर मरता था,
मैं उसी कठोरता पर मरता हूँ।सवाल एक छोटा सा था,
जिसके पीछे मैंने अपनी पूरी ज़िन्दगी बर्बाद कर दी।
कैसे भूलूँ, वो दो आँखें,
जो एक किताब की तरह मैंने याद कर लीं।Written by Surya Narayan (jitendra)